राखी के मन्त्र, रक्षा सूत्र के मन्त्र, मैथिलीमे अनुवाद आदि
🌸 राखी संस्कृत मन्त्र
रक्षाबंधन के अवसर पर बोला जाने वाला पवित्र संस्कृत मंत्र:
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।
🔍 मैथिली में अर्थ
मन्त्रक अर्थ: — दानवक महाबली राजा बलि जेना बान्हल गेल छलाह, तहिना हम अहाँके बान्धि रहल छी। हे रक्षे! अहाँ स्थिर रहू, चलू नै, चलू नै।
📖 विस्तृत व्याख्या
विद्वानक अनुसार, रक्षासूत्र बाँधैत समय ब्राह्मण अथवा पुरोहित अपन यजमान सँ कहैत छथि जे ओहि सूत्रसँ अहाँके बाँधि रहल छी, जाहि सँ राजा बलि धर्मक बन्धनमें आबि गेल छलाह। एतबे नहि, रक्षासूत्र केँ सेहो कहल जाइत अछि — “हे रक्षे! स्थिर रहू, हिलू नै।”
एहि मंत्रक उद्देश्य अछि जे यजमान धर्मक मार्ग पर स्थिर रहथि, आ समाज, परिवार आ संस्कृति के रक्षा लेल प्रतिबद्ध रहथि।
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